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स्वयं पर निबंध (Myself Essay in Hindi)

स्वयं

प्रत्येक व्यक्ति अपने नज़र में हीरो होता है और संपूर्ण होता है। हर इंसान को ईश्वर ने खास बनाया है। लेकिन जब हम किसी से पहली बार मिलते हैं, तो वो हमें जानने के लिए हमसे हमारे बारे में ही पूछता है। अक्सर स्कूल-कॉलेज आदि में जब हमारा पहला दिन होता है, तो हमसे स्वयं के बारे में लिखने या बोलने को कहा जाता है। हर कोई अपने आप को अच्छी तरह जानता ही है, लेकिन उसे शब्दों और वाक्यों की शक्ल देना थोड़ा कठिन होता है। इसी कठिनाई को दूर करने का हमने प्रयास किया है।

खुद पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Myself in Hindi, Khud par Nibandh Hindi mein)

निबंध 1 (250 – 300 शब्द).

मेरा नाम सारा है लेकिन मेरा निकनेम क्वीन है। आमतौर पर मेरे अभिभावक और दादा-दादी मुझे मेरे निकनेम से ही बुलाते हैं। मेरे माता-पिता मेरे स्वास्थ्य को लेकर बहुत फिक्रमंद रहते हैं। वो मुझे रोज सुबह 5 बजे उठा देते हैं और सभी रोजमर्रा के कार्यों को पूरा करने को कहते हैं।मेरा स्कूल सुबह 8 बजे शुरु होता है और दोपहर में 2 बजे खत्म होता है। मेरी माँ मुझे सुबह के समय फल और लंच ब्रेक के समय भोजन देती है।

मेरी जीवनचर्या

मैं छबिल दास जूनियर पब्लिक स्कूल के कक्षा 8 में पढ़ती हूँ। मैं 13 वर्ष की हूँ और अपने माता-पिता के साथ गाज़ियाबाद में रहती हूँ। मैंने डाँस और पियानो क्लासेज़ ज्वॉइन किया है क्योंकि मुझे डाँस और पियानो सीखना बहुत पसंद है। मुझे पिकनिक बहुत पसंद है और मैं सर्दी और गर्मी की छुट्टियों में यात्रा पर जाती हूँ।

मेरा लक्ष्य

मैं स्कूल के सभी क्रियाकलापों में भाग लेती हूँ और अच्छा प्रदर्शन करती हूँ। मैं पढ़ाई और खेल क्रियाओं में बहुत अच्छी हूँ। मैं अपने स्कूल की बहुत अच्छी विद्यार्थी हूँ। मेरा लक्ष्य एक बेहतरीन डॉक्टर बनने का है और कुशलता से पीड़ितों की सेवा करना है।

मेरे स्कूल में एक बड़ाउद्यान है साथ ही एक बड़ा खेलने का मैदान भी है जिसमें खेल से जुड़ी सभी सुविधाएँ उपलब्ध है। मेरे स्कूल में प्यारा और शांतिपूर्ण माहौल है।

निबंध 2 (300 शब्द)

मेरा नाम सुलेखा है; मै दिल्ली में कक्षा में 9 में पढ़ती हूँ। मैं एक स्व-चालित और स्व-प्रोत्साहित विद्यार्थी हूँ। मैं हमेशा अपने दोस्तों को प्रोत्साहित करना पसंद करती हूँ और उनके कठिन समय में उनकी मदद करती हूँ। मैं अपने स्कूल की एक होनहार छात्रा हूँ और अकादमिक और खेल की सभी क्रियाओं में अच्छा प्रदर्शन करती हूँ। मैं किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हूँ। मैं अपने स्कूल में कौशलपूर्ण और ज्ञानपूर्ण विद्यार्थी हूँ। मैं अपने घर पर लंबे समय तक पढ़ाई करती हूँ। मैं कभी-भी अपने गृहकार्य और क्लास-वर्क को अधूरा नहीं छोड़ती और सोने से पहले उन्हें पूरा कर लेती हूँ। मेरी अच्छाई और समयनिष्ठता की वजह से मेरे टीचर्स मुझे बहुत पसंद करते हैं। मैं कभी थकती नहीं और हमेशा कड़ी मेहनत करती हूँ क्योंकि मेरे माता-पिता मेरा बहुत ध्यान देते हैं। वो मेरे स्वास्थ्य और खान-पान को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं।

मेरे अकादमिक में मैंने हमेशा अच्छे मार्क और ग्रेड प्राप्त किये। मैं अपने स्कूल में मेरिट स्कॉलर प्राप्त छात्रा हूँ। मैं अपने स्कूल में अच्छे से कम्प्यूटर सीखती हूँ और उसके बारे में सब कुछ जानती हूँ। मैं अपने सारे कार्य तय कार्यक्रम के अनुसार ही करती हूँ। मैं अपने किसी भी कार्य को नहीं टालती चाहे वो घर पर हो या स्कूल में। मैं अपने माता-पिता का बहुत सम्मान करती हूँ और अपनी माँ का घर के कामों में और पिता के ऑफिस प्रोजेक्ट में उनकी मदद करती हूँ। मैं अपने माँ के साथ कपड़े और बर्तन धुलवाने के काम को साझा करती हूँ।

मैं हमेशा अपने कमरे को साफ करती हूँ और हर रविवार को उसे आकर्षक तरीके से सजाती हूँ। मैं अपने और अपने परिवार के प्रति सारी जिम्मेदारियों को अच्छे से समझती हूँ। मैं हमेशा अपनी प्यारी बातों और चुटकलों से अपने दोस्तों और सहपाठियों को खुश रखने की कोशिश करती हूँ। मैं हमेशा उन्हें सलाह देने के लिये तैयार रहती हूँ जिससे वो अपने कठिन समय से बाहर निकल सकें। मैं बहुत सहानुभूतिपूर्ण लड़की हूँ और अपने कालोनी या रास्ते के बूढ़े लोगों और बच्चों को मदद करने की कोशिश करती हूँ।

निबंध 3 (400 शब्द)

मैं अपने माता-पिता का एक प्यारा लड़का हूँ। मैं 14 वर्ष का हूँ और कक्षा 7 के वर्ग ‘ए’ में पढ़ता हूँ। मैं गाज़ियाबाद के रेयान पब्लिक स्कूल में पढ़ता हूँ। मेरे दादा-दादी मुझे गुड्डु बुलाना पसंद करते हैं। वो हमेशा मुझे सुबह और शाम को बाहर ठहलाने के लिये ले जाते हैं। मैं गाज़ियाबाद के राजनगर कालोनी में रहता हूँ। मैं रोज सुबह अपने स्कूल बस से ठीक 7 बजे स्कूल जाता हूँ और दोपहर को 2 बजे वापस आता हूँ। मैं नहाने के बाद पूरे स्कूल यूनिफार्म में स्कूल जाना पसंद करता हूँ। जब मैं स्कूल पहुँचता हूँ तो अपने क्लास टीचर को गुड मार्निंग बोलता हूँ । मैं रोज अपने दोस्तों के साथ बस में और लंच के समय मस्ती करता हूँ। मैं हमेशा खेल क्रियाओं और दूसरे स्कूली क्रियाकलापों में भाग लेता हूँ।

मेरा स्कूल हर 6 महीने में अंतर-स्कूली प्रतियोगिता आयोजित करता है जिसमें मैं जरुर भाग लेता हूँ। मै हमेशा सभी प्रतियोंगिताओं में प्रथम स्थान पर आता हूँ। हमारे जागरुकता और ज्ञान को बढ़ाने के लिये मेरा स्कूल वर्ष के सभी महत्वपूर्ण उत्सवों को मनाता है जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, क्रिसमस, गांधी जयंती, मातृ दिवस आदि। हमें हमारे स्कूल शिक्षकों के द्वारा सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने की सलाह दी जाती है। मैं आमतौर पर भाषण या कविता पाठ में भाग लेता हूँ। मुझे नृत्य भी बहुत पसंद है लेकिन किसी कार्यक्रम मे नृत्य करने में मैं आरामदायक महसूस नहीं करता। हालांकि, मैं अपने वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के नृत्य में भाग लेता हूँ जो हर वर्ष नवंबर में मनाया जाता है। मेरे अभिभावकों को भी स्कूल के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया।

मेरे हर सर्दी और गर्मी की छुट्टियों में मेरे माता-पिता मुझे पिकनिक या लंबी यात्रा के लिये बाहर ले जाते हैं। मैं बहुत अच्छे समाज में रहता हूँ जहाँ सामाजिक मुद्दों के बारे में आम लोगों के बीच जागरुकता बढ़ाने के लिये समय दर समय कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिये मेरे पिता हमेशा मुझे अपने साथ ले जाते हैं। भारत का एक अच्छा नागरिक बनने के लिये मेरी माँ हमेशा मुझे नैतिकता और सदाचार के बारे में सिखाती हैं। मैं हमेशा अपने पढ़ाई के कमरे और शयन कक्ष को साफ रखता हूँ। मैं हमेशा अपने साफ-सफाई का ध्यान रखता हूँ और खाने के पहले और बाद ठीक तरह से हाथ को साबुन से धोता हूँ। मेरे माता-पिता मुझे बहुत प्यार करते हैं और मेरी हर पसंद और नापसंद का ध्यान देते हैं। जब भी मेरे माता-पिता खाली होते हैं मैं उनके साथ कैरम और लूडो खेलना पसंद करता हूँ।

Myself Essay

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10+ मेरा परिचय निबंध – Myself Essay in Hindi

Myself Essay in Hindi : आज हम मेरा परिचय पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और 10 के विद्यार्थियों के लिए है. अक्सर विद्यार्थियों को परीक्षाओं में स्वयं पर निबंध या परिचय देने के लिए निबंध लिखने को कहा जाता है.

स्वयं पर निबंध लिखने में कठिनाई होती है और कई बार विद्यार्थी अपना परिचय देने में हिचकते है इसलिए हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए यह निबंध अलग-अलग शब्द सीमा में लिखा है.

Myself Essay in Hindi

Get Some Essay on Myself Essay in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 and 10 Students.

Best Myself Essay in Hindi 100 Words

मेरा नाम प्रवीण कुमार है मैं गाजियाबाद शहर का रहने वाला हूं. मैं कक्षा 5 में पढ़ता हूं मेरे स्कूल का नाम गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल है.

मेरे पिताजी का नाम श्री विलास राय है और माता जी का नाम रुकमणी देवी है हमारे घर में कुल 6 सदस्य है. मेरी दिनचर्या काफी सरल है.

यह भी पढ़ें –  विद्यार्थी जीवन पर निबंध – Essay on Student Life in Hindi

मैं सुबह 5:00 बजे उठकर कॉलोनी के पार्क में पिताजी के साथ घूमने चला जाता हूं. उसके बाद में स्कूल जाता हूं वहां पर मैं मन लगाकर पढ़ाई करता हूं सभी सहपाठी और शिक्षक गण मुझे बहुत पसंद करते है. मैं हर बार कक्षा में अव्वल आता हूं.

मुझे बैडमिंटन और क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है और स्कूल में होने वाली सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेता हूं. मैं हमेशा सत्य बोलता हूं और सदैव दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करता हूं.

Mera Parichay Essay in Hindi 250 words

मेरा नाम प्रिया जांगिड़ है मैं राजस्थान राज्य के जयपुर शहर में रहती हूं जिसको गुलाबी नगरी भी कहा जाता है. मेरे पिताजी का नाम श्री शिवकुमार है और माता जी का नाम मीना देवी है. हमारे घर में कुल 4 सदस्य हैं जिसमें मैं मेरे पिताजी माताजी और मेरा एक छोटा भाई है.

मेरा घर आर्य कॉलोनी में स्थित है यहां पर रहने वाले सभी लोग बहुत ही अच्छे है. मैं कक्षा चार की छात्रा हूं मेरे स्कूल का नाम विवेकानंद पब्लिक स्कूल है. मैं सुबह सूर्य उदय से पहले उठ जाती हूं सभी जरूरी कार्य करने के पश्चात में मां के साथ मंदिर जाती हूं.

इसके बाद में स्कूल में पढ़ाई गए पाठ को फिर से पढ़ती हूं. मैं प्रतिदिन स्कूल में जाती हूं वहां की सभी अध्यापक – अध्यापिकाए बहुत अच्छे है, वे प्रतिदिन हमें नई शिक्षा देते है और कई बार तो रोचक और ज्ञानवर्धक कहानियां भी सुनाते है.

मेरे सहपाठी भी बहुत अच्छे है. हर बार में कक्षा में अव्वल आती हूं. मुझे चित्रकारी करना, गाना गाना, खाना बनाना, नृत्य करना बहुत पसंद है. मैं बहुत ज्यादा जिज्ञासु हूं इसलिए मुझे नई-नई चीजें सीखना बहुत पसंद है.

मैं हमेशा सच बोलती हूं और अपने सभी कार्य समय पर करती हूं. स्कूल से आने के बाद में खाना खाती हूं. कुछ समय बाद ट्यूशन टीचर आकर मुझे पढ़ाते है. इसके बाद स्कूल में दिया गया होमवर्क करती हूं.

शाम को कॉलोनी के बगीचे में मैं और मेरे दोस्त सभी मिलकर खेलते है. इसके बाद में जल्दी भोजन कर के सो जाती हूं क्योंकि जल्दी सोना और जल्दी उठना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है.

Myself Essay in Hindi 600 Words

मेरा नाम रवि कुमार है मेरे पिताजी का नाम रमेश अग्रवाल है और माता का नाम श्रीमती दुर्गा देवी है मैं कक्षा 8 का विद्यार्थी हूं और मेरे स्कूल का नाम विद्यासागर सीनियर सेकेंडरी स्कूल है.

हम दिल्ली शहर में रहते है लेकिन हमारा फैसला गांव उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्थित है. हमारे घर में कुल 7 सदस्य है. मैं मेरे माता-पिता, दादा-दादी और दो छोटे भाई बहन है. मेरे दादा-दादी हमारे साथ नहीं रहते हुए हमारे पैतृक गांव में ही रहते है.

मैं प्रातः सूर्योदय से पहले करीब 5:00 बजे उठ जाता हूं फिर मैं अपने नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर कॉलोनी के पास बनी पार्क में घूमने के लिए चला जाता हूं. वहां पर अन्य लोग भी कई प्रकार की क्रियाएं करते रहते हैं जैसे कुछ लोग योगा और एक्सरसाइज तो कुछ युवा लोग आर्मी की तैयारी के लिए तेज दौड़ लगाते है.

पार्क में कुछ बुजुर्ग लोग भी आते है जिनको मैं रोज प्रणाम करता हूं और वे भी मुझे बहुत ही स्नेह प्रदान करते है उनसे बहुत कुछ अच्छी बातें सीखने को मिलती है.

इसके पश्चात मन कर चला जाता हूं और नहाकर स्कूल जाने के लिए तैयार हो जाता हूं मेरी माता जी मेरे लिए सुबह का नाश्ता तैयार कर देती है पिताजी और मैं साथ में नाश्ता करते हैं क्योंकि पिताजी को भी कार्यालय में जाना होता है.

कुछ समय बाद स्कूल बस मुझे लेने आती है और मैं उसने बैठकर चला जाता हूं. विद्यालय पहुंचने पर में सबसे पहले ही पहले के मंदिर जाकर मां सरस्वती को प्रणाम करता हूं फिर स्कूल की प्रार्थना होती है. मेरी कक्षा की सभी विद्यार्थी बहुत ही होनहार और अच्छे है.

सभी शिक्षक गण मुझे जानते है क्योंकि मैं हर बार कक्षा में प्रथम श्रेणी से पास होता हूं और मैं वार्षिक उत्सव, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, वाद-विवाद प्रतियोगिता, खेलकूद इत्यादि सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेता हूं. कुछ दिनों पहले हुई निबंध प्रतियोगिता में मुझे प्रथम स्थान मिला था.

विद्यालय के सभी शिक्षक गण बहुत अच्छे है वह हमें अच्छी शिक्षा देते है और कभी कभी पढ़ाई का टेंशन कम करने के लिए हमें ज्ञानवर्धक कहानियां सुनाते है और कभी खेलने के लिए भी ले जाते है.

विद्यालय से 1:00 बजे हमारी छुट्टी हो जाती है. घर आकर में मुंह हाथ धोकर खाना खाता हूं इसके बाद थोड़ी देर में टीवी देखता हूं. शाम 4:00 बजे में फिर से पढ़ाई करने के लिए बैठ जाता हूं इस समय मैं स्कूल मैं दिया गया हूं होमवर्क करता हूं.

करीब 5:00 बजे के लगभग मैं और मेरी दोस्त पास ही के मैदान में खेलने के लिए चले जाते है और खूब मस्ती करते है.

मुझे क्रिकेट, फुटबॉल और बैडमिंटन खेलना, संगीत सुनना बहुत पसंद है साथ ही मुझे लिखने का भी बहुत शौक है मैं छोटी कविताएं और चुटकुले लिखता हूं. मुझे डांस करना भी बहुत पसंद है इसलिए जब भी स्कूल की छुट्टियां पड़ती है तो मैं डांस सीखने के लिए भी जाता हूं.

यह भी पढ़ें –

विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध – Vidyarthi aur Anushasan Essay in Hindi

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11 thoughts on “10+ मेरा परिचय निबंध – Myself Essay in Hindi”

Kffivdt bi ni kr rhi hu to write a popular dandia urd ki baat nhi hai na to write it to write it down for the secret thank god bless👼🙏❤ u still have done💯 it not a fan of our relationship💏

It’s nice but there are something that are not so much important . It can be better .

Thank for suggestion

I want my self in Hindi

The secret of success is hard work

Nice thought

No its not nice its very nice

Thank you AASTHA

This is too small I want little big of 5 pages please suggest 1 in hindi 5 pages

Dear Sairaj, We will try to write big essay soon thanks.

You can add more with your thoughts I guess 💭🤔

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Essay on My Self : स्टूडेंट्स ऐसे लिखें ‘स्वयं’ पर निबंध

essay on self in hindi

  • Updated on  
  • जून 19, 2024

Essay on My Self in Hindi (1)

हम सभी एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं और हम सबको खुद का विश्लेषण करना और अपने बारे में जानना ज़रूरी है। सिर्फ़ आप ही अपने बारे में सब कुछ जान सकते हैं लेकिन जब दूसरों के सामने खुद के बारे में बात करनी होती है तो कई बार हम विफल हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारे मन में भम्र की स्थिति उत्पन्न हो जाती है कि किस चीज का वर्णन करना है आदि। इसलिए अपने बारे में लिखते हुए मैं इस ब्लाॅग में Essay on My Self in Hindi में खुद को व्यक्त कर रहा हूं कि मैं क्या देखता हूं, क्या सुनता हूं और जीवन में क्या अनुभव करता हूं आदि। 

This Blog Includes:

स्वयं पर निबंध 100 शब्दों में  .

  • स्वयं पर निबंध 200 शब्दों में 

मेरा परिवार और मेरा बचपन

मेरी शिक्षा, जीवन में मेरी महत्वाकांक्षाएं, मेरी कमजोरियां.

100 शब्दों में Essay on My Self in Hindi इस प्रकार हैः

मेरा नाम श्याम है। मुझे लगता है कि जीवन एक यात्रा है जो आत्म-खोज की ओर ले जाती है। वैसे तो मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता हूं लेकिन मैं सीखने और जीवन में आगे बढ़ने की इच्छा रखने वाला एक आदर्श व्यक्ति हूं। मैंने सीखा है कि समय की पाबंदी और अनुशासन ही वे दो पहिए हैं जो हमारे जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाते हैं। मेरी मां मेरी आदर्श हैं। मुझे पढने लिखने का बहुत ज्यादा शौक है। मैं एक आशावादी व्यक्ति हूं जो जीवन को एक ऐसे विषय के रूप में देखता हूं जो हमें समाज के उत्थान के लिए मूल्यों और जीवन जीने के तरीकों की शिक्षा देता है।

स्वयं पर निबंध 200 शब्दों में  

200 शब्दों में Essay on My Self in Hindi इस प्रकार हैः

मेरा नाम करन सिंह है लेकिन मेरी मां मुझे क्रिश कहकर बुलाती है। मैं इस अगस्त में 18 साल का पूरा हो गया हूं और मैं 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा हूं। मेरा मानना ​​है कि हर व्यक्ति में कुछ खास विशेषताएं होती हैं जो उसे दूसरों से अलग करती हैं। मेरी एक बड़ा भाई है जिसका नाम युवराज है। वह मेरे लिए भगवान का दूसरा रूप है। स्कूल में मेरे दोस्तों का एक समूह है और उनमें से विशाल मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। वह हर सप्ताह मेरे घर आता है और हम साथ में आउटडोर गेम खेलते हैं। 

मुझे उस पर पूरा भरोसा है और मैं उसके साथ कुछ भी साझा कर सकता हूं। मैं गणित में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष करता हूं और इस दौरान वह मेरी मदद भी करता है। अपनी समस्या के समाधान के लिए और कौशल को बढ़ाने के लिए मैं प्रतिदिन 2 घंटे गणित का अध्ययन करता हूं। मैं एक वैज्ञानिक बनना चाहता हूं। जानवरों पर आधारित किताबें पढ़ना मेरी पसंदीदा गतिविधियों में से एक है। मुझे हमेशा बाहर समय बिताने में आनंद मिलता है और मैंने हमेशा ही लोगों से प्यार पाया है और लोगों के साथ अच्छा समय व्यतीत किया है।

स्वयं पर निबंध 500 शब्दों में

500 शब्दों में Essay on My Self in Hindi इस प्रकार हैः

मेरा नाम करन है। मेरा मानना ​​है कि हर व्यक्ति में कुछ खास विशेषताएं होती हैं जो उसे दूसरों से अलग करती हैं। मैं अपने परिवार के साथ रहता हूं और मेरे परिवार के सदस्यों ने मुझे साथ रहना, समायोजन करना, दूसरों की मदद करना और विनम्र होना सिखाया है। इसके अलावा मैं एक ऊर्जावान व्यक्ति हूं और मुझे बैडमिंटन खेलना बहुत है।

मैं उत्तर प्रदेश के एक मध्यम वर्गीय परिवार से हूं और मेरा नाम करन सिंह है। बचपन से ही सीखा है कि परिवार और दोस्तों के सहयोग से ही आप अपने जीवन में उन्नति कर पाएंगे। मेरे पिता एक बैंक कर्मचारी है और मेरी मां एक गृहणी हैं। हम दो भाई हैं। मैं बड़ा होने के नाते घर मैं सबसे ज्यादा जिम्मेदार व्यक्ति हूं। मैं अपने छोटे भाई मार्गदर्शन और देखभाल करना चाहता हूं और हम सभी एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। पढ़ना मेरा जुनून है।

मैं अपने शहर के सबसे अच्छे विश्वविद्यालय में पढाई कर रहा हैं। मैं अभी ग्रेजुएशन में पढाई कर रहा हूं। मुझे यूनिवर्सिटी में पढ़कर बहुत खुशी हो रही है। जहां अच्छे दोस्त, मददगार और प्यारे शिक्षक और बढ़िया कालेज प्रशासन है। मेरे पास कुछ विषयों में बहुत ही अच्छा कौशल है जबकि मैं कुछ में बहुत कमज़ोर हूं।

हर किसी के जीवन में कोई न कोई महत्वाकांक्षा होती है। बिना लक्ष्य के कोई भी व्यक्ति दुनिया में कुछ भी नहीं कर सकता। इसलिए हम सभी को जीवन में कोई न कोई लक्ष्य निश्चित करना चाहिए। मैंने भौतिक विज्ञान का अध्ययन किया है और मैं इस टाइम एक प्रतिष्ठित कालेज में ग्रेजुएशन में हूं। मैं अपने जर्नलिस्ट बनना चाहता हूं। मैं एक जर्नलिस्ट बनने के लिए मेहनत कर रहा हूं और पूरी ईमानदारी से इसके लिए समर्पित हूं।

मैं अपने कालेज का सबसे अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी हूं। इसके अलावा मैं एक तेज़ धावक भी हूं और मुझे एथलेटिक्स पसंद है। मैं भी बहुत साहसी व्यक्ति हूँ और जोखिम उठाना पसंद करता हूं। मुझे बार-बार पुरानी चीज़ें करने के अलावा कुछ रचनात्मक करना भी पसंद है। मैं हमेशा खुद को खबरों से अपडेट रखता हूं। इसके साथ ही मुझे बच्चों की कुछ पत्रिकाएं पढ़ने का भी शौक है, जिनमें अलग-अलग तरह की प्रेरक कहानियां होती हैं। मैं हमेशा हर व्यक्ति से उसकी ज़रूरत के हिसाब से बात करने की कोशिश करता हूँ, ताकि मैं लोगों को समझ सकूँ।

जैसे हर आदमी में कमज़ोरियां होती हैं, वैसे ही मेरी भी कमज़ोरियां हैं। मैं कुछ जगहों पर थोड़ा आलसी हूं जो मुझे पसंद नहीं है। खेलते समय मैं अपना बहुत सारा समय वहां बिताता हूँ जो एक अच्छी आदत नहीं है, लेकिन मैं अपनी कमज़ोरियों को ताकत में बदलने की पूरी कोशिश करता हूं।

सभी बातें मुझे व्यक्त करती हैं। हालांकि किसी को भी कुछ वाक्यों में वर्णित नहीं किया जा सकता। किसी के जीवन के बारे में कुछ लिखने से पहले उसे खुद पर नियंत्रण होना चाहिए। जीवन का मतलब है अपने साथियों के लिए अच्छा करने के लिए उत्सुकता और कल्पना के साथ जीना। इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, मैंने हमेशा अपने लोगों की सेवा करने की इच्छा की है, चाहे मैं किसी भी क्षमता में कर सकूँ।

संबंधित ब्लाॅग्स 

सबसे पहले विचार-मंथन करें, प्रारूप बनाएं, प्रारूप पर टिके रहें, संवेदनशील बनें, ईमानदार बनें, पता लगाएं कि क्या चीजें शामिल करनी हैं, निबंध में अपनी ताकत, उपलब्धियां और भविष्य के लक्ष्यों को शामिल करें।

निबंध में आप अपने बारे में बताने के लिए दृढ़ निश्चयी, मेहनती, समयनिष्ठ, ईमानदार और उद्देश्य-उन्मुख जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अपना नाम बताने के लिए, आप बस नमस्ते, मेरा नाम आपका नाम है, या मैं आपका नाम हूँ से शुरू कर सकते हैं। यह सीधा-सादा तरीका विनम्र और समझने में आसान है।

उम्मीद है कि आपको Essay on My Self in Hindi के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। निबंध लेखन के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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मेरा परिचय पर निबंध 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Myself Essay in Hindi) 10 Lines

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myself essay in Hindi – अपना परिचय देना अपने आप में दिलचस्प होने के साथ-साथ सबसे मुश्किल काम भी हो सकता है। हम सभी अद्वितीय हैं और अपने गुणों को अधिक मज़बूती से खोजने के लिए अपने बारे में लिखना एक अनिवार्य पहलू है। अपने गुणों की खोज करने से हमें अपने बारे में जानने में बहुत मदद मिलती है। यह किसी के व्यक्तित्व के निर्माण का एक अनिवार्य तत्व है। हालांकि, उन्हें दुनिया के साथ साझा करना क्षमता की बात है।

myself essay in Hindi – मनुष्य निंदक के लिए प्रवृत्त होते हैं, और बहुत बार हम अपने नकारात्मक गुणों को एक उच्च नोट पर प्रतिबिंबित करके खुद को नीचे खींचते हैं। हमें वास्‍तव में जो करने की आवश्‍यकता है, वह यह है कि हमने जिन चीजों के बारे में योजना बनाई है और जिन चीजों की हम आशा कर रहे हैं, उन पर अधिक चिंतन करें। कोई अपनी मेधावी क्षमताओं का पता लगाने का विकल्प चुन सकता है, जो शौक विकसित करने से लेकर पॉलिश की गई प्रतिभाओं तक हो सकती है। यह बदले में आपके द्वारा अपने लिए निर्धारित किसी भी लक्ष्य के प्रति आपकी प्रेरणा को बढ़ावा देने के लिए भी काम करेगा।

अपने बारे में 10 वाक्य लिखो (myself essay 10 lines in Hindi)

मेरा परिचय हिंदी में 10 लाइनें नीचे दी गई है

  • 1) मेरा नाम अमन रानाडे है, और मेरी उम्र 8 साल है।
  • 2) मैं चौथी कक्षा में बीएवी पब्लिक स्कूल में पढ़ता हूं।
  • 3) मेरे पिता का नाम श्री रामू रानाडे और माता का नाम श्रीमती उमा रानाडे है।
  • 4) मेरी एक छोटी बहन है जो उसी स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ती है।
  • 5) मुझे कार्टून देखना पसंद है, और मेरा पसंदीदा कार्टून चरित्र डोरेमोन है।
  • 6) मुझे आउटडोर गेम खेलना भी पसंद है, और मुझे अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना पसंद है।
  • 7) मैं एक बहुत ही ईमानदार और आज्ञाकारी लड़का हूँ और अपने माता-पिता और शिक्षकों के सभी निर्देशों का पालन करता हूँ।
  • 8) मैं नियमित रूप से अपना गृहकार्य पूरा करता हूँ और मुझे कभी स्कूल नहीं जाने देता।
  • 9) मैं हमेशा अपने बड़ों का सम्मान करता हूं और उनकी सलाह का सख्ती से पालन करता हूं।
  • 10) मैं हमेशा अपने माता-पिता के साथ खेलने के बाद सभी खिलौनों को सही जगह पर रखकर उनकी मदद करने की कोशिश करता हूं।

अपने बारे में 20 वाक्य लिखो (myself essay 20 lines in Hindi)

  • 1) मेरा नाम अमन है और मेरी उम्र 13 साल है।
  • 2) मैं कुर्ला डिवीजन में उपनगरीय मुंबई में अपने परिवार के साथ रहता हूं।
  • 3) मेरे पिता एक बहुराष्ट्रीय फर्म में काम करते हैं, और मेरी माँ एक गृहिणी हैं।
  • 4) मेरे माता-पिता दोनों सप्ताह में पाँच दिन अपने कार्यक्रम में बहुत व्यस्त हैं।
  • 5) सप्ताहांत मनोरंजन के लिए हैं, और हम सप्ताहांत पर पिकनिक पर जाते हैं।
  • 6) मेरा शौक क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना है।
  • 7) मैं सुबह जल्दी उठता हूँ ताकि समय पर स्कूल पहुँच जाऊँ।
  • 8) सुबह मुझे ज्यादा ट्रैफिक का सामना नहीं करना पड़ता है, जबकि लौटने पर ट्रैफिक थोड़ा व्यस्त हो जाता है।
  • 9) जब मैं घर पर दोपहर का भोजन करता हूं, तो कुछ देर आराम करता हूं और अपनी पढ़ाई शुरू करता हूं।
  • 10) जब मेरे पिता अपने कार्यालय से लौटते हैं तो हम हमेशा साथ में खाना खाते हैं।
  • 11) मेरा नाम राहुल चिनप्पा है, और मेरी उम्र 15 साल है।
  • 12) मैं अपने माता-पिता और बड़ी बहन के साथ चेन्नई में रेलवे स्टेशन के पास रहता हूँ।
  • 13) मेरे पिता एक व्यवसायी हैं और परिवार चलाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
  • 14) मेरी माँ घर और परिवार के सदस्यों की ज़रूरतों की देखभाल करती है।
  • 15) मेरे घर का अपना एक छोटा सा बगीचा है, जिसमें तरह-तरह के फूल हैं।
  • 16) छुट्टियों के दौरान, हम अपने दादा-दादी से मिलने जाते हैं, जो हमारे पैतृक गाँव में रहते हैं।
  • 17) चेन्नई की जलवायु गर्मियों में गर्म और आर्द्र हो जाती है।
  • 18) चेन्नई एक तटीय क्षेत्र है, इसलिए चेन्नई की अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में समुद्र मुख्य भूमिका निभाता है।
  • 19) चेन्नई एक महानगरीय शहर है जहां विभिन्न जातीय और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोग रहते हैं।
  • 20) मैं अपने शहर और उसके लोगों से प्यार करता हूं क्योंकि वे मेरी पहचान और मेरा गौरव हैं।

इनके बारे मे भी जाने

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खुद पर निबंध 100 शब्द (myself essay 100 words in Hindi)

मेरा नाम ओल्विया है और मेरी उम्र 7 साल है। मेरा जन्मदिन 11 अप्रैल को है। मेरी 1 बड़ी बहन और 1 छोटा भाई है। मैं अपने माता-पिता, भाई-बहनों और अपने दादा-दादी के साथ बंगलौर में रहता हूँ। मैंने कैंडी नाम का एक पालतू कुत्ता पाला है जो 1 साल का है। हर सुबह उठने के बाद, मैं अपने पालतू जानवर को टहलने के लिए ले जाऊँगा। उसके बाद मैं फ्रेश हो जाऊंगा और अपने स्कूल के लिए तैयार हो जाऊंगा। स्कूल जाने से पहले मैं अपना बैग और टिफिन पैक कर लूंगा। स्कूल का समय समाप्त होने के बाद, मैं अपना समय अपने दोस्तों के साथ खेलने में बिताऊंगा। शाम को मैं अपना पसंदीदा कार्टून कुंग फू पांडा देखूंगा। उसके बाद, मैं अपना होमवर्क पूरा करूंगा और अपने परिवार के साथ डिनर करूंगा। रात के खाने के बाद, मैं अपनी दादी द्वारा सुनाई गई सोने की कहानियाँ सुनूँगा। मैं हमेशा खुश और शांतिपूर्ण माहौल में प्यार करता हूं।

मेरा परिचय निबंध 150 शब्द (myself essay 150 words in Hindi)

मेरा नाम रैंड है मैं एबीसी स्कूल, बैंगलोर में पढ़ रहा हूँ। मेरा जन्म और पालन-पोषण बैंगलोर में हुआ था और मुझे बैंगलोर शहर बहुत पसंद है। मैं अपने माता-पिता के साथ रहता हूं और मैं अपने माता-पिता से बहुत प्यार करता हूं। मेरी सबसे अच्छी दोस्त का नाम टीना है और हम दोनों एक ही स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ते हैं। 

मुझे उसके साथ समय बिताना अच्छा लगता है। मेरे पसंदीदा कार्टून चरित्र टॉम एंड जेरी हैं और मुझे शो देखना बहुत पसंद है। मुझे हरे पौधे बहुत पसंद हैं, इसलिए मेरा पसंदीदा रंग हरा रंग है। मैं अपना ज्यादातर समय शतरंज खेलने और किताबें पढ़ने में देता हूं। मेरा शौक नाचना और गाना है। मेरी महत्वाकांक्षा डॉक्टर बनने और गरीब लोगों की सेवा करने की है। मैं एक डॉक्टर बनने का सपना देखता हूं और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए एक बहुत बड़ा अस्पताल बनाना चाहता हूं। मुझे अपने आस-पास के वातावरण को स्वच्छ, स्वस्थ और खुश रखना अच्छा लगता है।

खुद पर निबंध 200 शब्द (myself essay 200 words in Hindi)

हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और दादा-दादी से जुड़े हुए हैं। मेरे पास दोस्तों का एक समूह है लेकिन सनिका मेरी सबसे अच्छी और सच्ची दोस्त है।

मैं उसके साथ कुछ भी साझा कर सकता हूं और वह भी हम एक ही स्कूल में पढ़ते हैं लेकिन अलग-अलग कक्षाओं में। मुझे स्कूल के समय के बाद बस में अपने दोस्तों को चुटकुले सुनाना अच्छा लगता है।

मेरा एक अनोखा परिवार है। मेरे परिवार के सभी सदस्य व्यापक और खुले विचारों वाले हैं। वे हमेशा मुझे हर क्षेत्र में अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

वे मुझे कभी पीछे नहीं खींचते और हमेशा मुझे प्रेरित करते हैं। मैं इस परिवार में जन्म लेकर बहुत खुश हूं।

मेरा परिवार एक क्रॉस-सांस्कृतिक विस्तारित परिवार है जहाँ मेरे चाचा, चाची, दादा-दादी, चचेरे भाई आदि एक साथ रहते हैं।

मैं अपने परिवार के साथ बहुत अच्छा समय बिताता हूं क्योंकि हम हर त्योहार एक साथ मनाते हैं। मैं घर के अन्य बच्चों को हर दिन घर के काम करने में मदद करता हूं।

खुद पर निबंध 250 शब्द (myself essay 250 words in Hindi)

मेरा नाम रानी है लेकिन मेरे पालतू जानवर का नाम सारा है। मेरे माता-पिता और दादा-दादी आमतौर पर मुझे मेरे पालतू नाम से बुलाते हैं। मेरे माता-पिता मेरे स्वास्थ्य के प्रति बहुत सचेत हैं।

वे मुझे हर सुबह 5 बजे जगाते हैं और मुझसे सभी दैनिक दिनचर्या करने के लिए कहते हैं। मेरी माँ मुझे रोज सुबह एक सेब देती हैं और एक घंटे के बाद स्वस्थ नाश्ता करती हैं।

मैं स्कूल बस से सही समय पर स्कूल जाता हूँ। मुझे कभी देर नहीं होती है मेरा स्कूल सुबह 8 बजे शुरू होता है और दोपहर 2 बजे समाप्त होता है।

मेरी माँ मुझे नाश्ते के लिए स्वस्थ फल और दोपहर के भोजन के दौरान स्वस्थ भोजन देती हैं। मैं 8वीं कक्षा में पढ़ता हूं। मेरे स्कूल का नाम शिवाजी महाराजा जूनियर पब्लिक स्कूल है।

मैं 13 साल का हूं और अपने माता-पिता के साथ गाजियाबाद में रहता हूं। मैं नृत्य और पियानो कक्षाओं में शामिल हुआ क्योंकि मुझे नृत्य और पियानो सीखना पसंद है।

मैं अपने दोस्तों और अपने प्यारे माता-पिता और दादा-दादी के साथ घर पर अपने स्कूल के समय का पूरा आनंद लेता हूं। मेरे अच्छे पड़ोसी हैं, वे एक-दूसरे को समझते हैं और कभी झगड़ा नहीं करते।

मुझे पिकनिक बहुत पसंद है और हम सभी सर्दी और गर्मी की छुट्टियों में पिकनिक की योजना बनाते हैं। मैं अपने स्कूल में बहुत अच्छा छात्र हूँ।

मैं स्कूलों की सभी पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लेता हूं और अच्छा प्रदर्शन करता हूं। मैं अकादमिक और खेल गतिविधियों में बहुत अच्छा हूं।

मेरे स्कूल में एक बड़ा बगीचा है और एक बड़ा खेल का मैदान खेल के लिए सभी सुविधाएं प्रदान करता है। मेरे विद्यालय में स्वस्थ, अच्छा और शांतिपूर्ण वातावरण है।

खुद पर निबंध 300 शब्द (myself essay 300 words in Hindi)

मेरा नाम सुनील है; मैं दिल्ली में 9वीं कक्षा में पढ़ता हूं। मैं एक स्व-प्रेरित छात्र हूं जो हमेशा अपने स्कूल के दोस्तों को प्रेरित करना और उनके कठिन समय में उनकी मदद करना पसंद करता है।

मैं अपने स्कूल में एक होनहार छात्र हूं और अकादमिक और खेल गतिविधियों में अच्छा करता हूं। मैं किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हूं।

मैं अपने स्कूल में एक बहुत ही कुशल और ज्ञानी छात्र हूँ, बहुत मेहनत से लम्बे समय तक पढ़ाई करता हूँ। मैंने अपना गृहकार्य और कक्षा का काम कभी अधूरा नहीं छोड़ा और सोने से पहले खत्म करना पसंद किया।

मेरी अच्छाई और समय की पाबंदी के कारण मेरे शिक्षक मुझे बहुत पसंद करते हैं। मैं कभी नहीं थकता और कड़ी मेहनत करता हूं क्योंकि मेरे माता-पिता हमेशा मेरा ख्याल रखते हैं, वे हमेशा मेरे स्वास्थ्य और आहार के प्रति सचेत रहते हैं।

मेरे शैक्षणिक कार्यकाल के कारण, मुझे हमेशा अच्छे अंक और ग्रेड मिलते हैं। मैं अपने विद्यालय में एक योग्यता छात्रवृत्ति धारक हूँ।

मैं अपने स्कूल में कंप्यूटर बहुत अच्छी तरह से सीखता हूँ और कंप्यूटर के बारे में सब कुछ जानता हूँ। मैं सब कुछ अपने संगठित कार्य के अनुसार करता हूं।

मैं अपने किसी भी कार्य से कभी नहीं बचता, चाहे वह घर पर हो या स्कूल में। मैं हमेशा अपने माता-पिता का सम्मान करता हूं और अपनी मां को उनके घर के कामों में और अपने पिता को उनके ऑफिस प्रोजेक्ट्स में मदद करता हूं।

मैं अपनी मां की तारीफ और व्यंजनों को साझा करता हूं। मैं अपने कमरे को हमेशा साफ रखता हूं और हर रविवार को आकर्षक ढंग से सजाता हूं।

मैं अपने और अपने परिवार के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझता हूं। मैं हमेशा अपने दिलचस्प चुटकुलों और अच्छी बातचीत के जरिए अपने दोस्तों और सहपाठियों को खुश करने की कोशिश करता हूं।

मैं उन्हें उनकी मुश्किलों से उबारने के लिए सलाह और सुझाव देने के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। मुझे लड़की से बहुत सहानुभूति है और मैं अपनी कॉलोनी में या रास्ते में बूढ़े लोगों और बच्चों का समर्थन करने की कोशिश करता हूं।

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खुद पर निबंध 500 शब्द (myself essay 500 words in Hindi)

इस धरती पर सात अरब लोग हैं, और हर कोई बाकियों से अलग है। इस दुनिया में बिना उद्देश्य के कुछ भी नहीं है। हर चीज का कोई न कोई मकसद होता है। मनुष्य सबसे अच्छी रचना है, और प्रत्येक व्यक्ति अनन्य है। इस प्रकार, अपने बारे में लिखते हुए, मैं यहां अपने आप को व्यक्त करने के लिए हूं कि मैं क्या देखता हूं, मैं क्या अनुभव करता हूं और मैं अपने जीवन के लिए क्या योजना बनाता हूं। मैं खुद को विनम्र, भावुक, समर्पित, मेहनती और ईमानदार बनने की कोशिश करता हूं।

मेरा परिवार और मेरा बचपन

मैं बिहार के एक मध्यमवर्गीय परिवार से हूं, मैं नरेश शुक्ला हूं। इस दुनिया में कोई भी परिवार और दोस्तों के समर्थन के बिना नहीं आता है। दरअसल, आप जो कुछ भी होंगे वो सिर्फ आपके परिवार की वजह से है। मेरे पिता हमारे समुदाय में एक सम्मानित व्यवसायी हैं।

मेरी मां एक डॉक्टर है। वे दोनों अपने व्यवसाय से प्यार करते हैं। यही मैंने अपने माता-पिता से समय का मूल्य, ईमानदारी, कड़ी मेहनत और उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता के बारे में सीखा है।

हम तीन भाई-बहन हैं। सबसे बड़ा होने के नाते मैं अपने भाइयों और बहनों में से सबसे अधिक उत्तरदायी हूं। मैं अपने अन्य भाई-बहनों का मार्गदर्शन और देखभाल करना चाहता हूं। हम सब एक ही स्कूल में हैं। पढ़ना मेरा जुनून है।

मैं उपन्यासों और इतिहास की किताबों का उत्सुक पाठक हूं क्योंकि मुझे भारतीय इतिहास और शास्त्रीय वास्तुकला में गहरी दिलचस्पी है। मुझे प्राचीन भारत के समृद्ध इतिहास और सभ्यता का उल्लेख करने वाली किताबें पढ़ना अच्छा लगता है। बचपन से मैं अपनी दादी माँ की कहानियाँ सुनता था और इसका मुझ पर लंबे समय तक प्रभाव रहता है।

मेरी शिक्षा

मैं अपने शहर के सबसे अच्छे स्कूल में पढ़ रहा हूँ। मैं इस समय 10वीं कक्षा में हूँ। अच्छे दोस्तों, मददगार और प्यार करने वाले शिक्षक और अच्छे स्कूल प्रशासन के साथ इस महान स्कूल का हिस्सा बनकर मुझे खुशी हो रही है। मेरे पास कुछ विषयों में असाधारण कौशल है जबकि कुछ में मैं बहुत कमजोर हूं।

मेरी शक्तियां

पढ़ाई की तुलना में मैं खेलकूद में अच्छा हूं। इसलिए मैं अपनी कक्षा फुटबॉल टीम का कप्तान हूं। मैं अपने स्कूल का सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी हूं। इसके अलावा, मैं एक तेज धावक भी हूं और मुझे एथलेटिक्स पसंद है। मैं विशेषज्ञ तैराकी में हूं।

मेरे माता-पिता की सलाह का मेरी आदतों पर गहरा प्रभाव पड़ा। मैं सच बोलने में विश्वास रखता हूं और पूरी कोशिश करता हूं कि झूठ न बोलूं। मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे सलाह दी कि अगर मैं कोई गलती करता हूं, तो मुझे उसे स्वीकार करना चाहिए। मैं ऐसा करने की पूरी कोशिश करता हूं। मैं हर हाल में खुश रहना जानता हूं। क्योंकि मेरा मानना ​​है कि: “खुशी बाहर नहीं है; यह आप में है।”

मैं भी बहुत साहसी व्यक्ति हूं और जोखिम उठाना पसंद करता हूं। पुरानी चीजों को बार-बार करने के अलावा मुझे क्रिएटिव काम करना अच्छा लगता है। नई चीजें सीखना एक ऐसी चीज है जिसका मैं हमेशा आनंद लेता हूं। मैं हमेशा खुद को खबरों से अपडेट रखता हूं।

इसके साथ ही मुझे कुछ बाल पत्रिकाएं पढ़ने का भी शौक है जिनमें अलग-अलग प्रेरक कहानियां हैं। उन्होंने मुझे एक उच्च नैतिक पाठ पढ़ाया। मैं बहुत आत्मविश्वासी व्यक्ति हूं और बात करना जानता हूं। मैं हमेशा हर व्यक्ति से उसकी आवश्यकता के अनुसार बात करने की कोशिश करता हूं इसलिए मैं लोगों को समझता हूं।

मेरी कमजोरियां

जैसे हर आदमी में कमजोरियां होती हैं, वैसे ही उनमें भी कमजोरियां होती हैं। मैं कुछ जगहों पर थोड़ा आलसी हूं जो मुझे पसंद नहीं है। समय खेलने के दौरान मैं अपना काफी समय वहीं गुजारता हूं जो अच्छी आदत नहीं है, लेकिन मैं अपनी कमजोरियों को दूर करने की पूरी कोशिश करता हूं।

जीवन में मेरी महत्वाकांक्षाएं

जीवन में हर किसी की एक महत्वाकांक्षा होती है। लक्ष्य या महत्वाकांक्षा मनुष्य की आंतरिक अभीप्सा है। संसार में कोई भी मनुष्य बिना लक्ष्य के कुछ नहीं कर सकता। इसलिए, हम सभी को जीवन में अपने लक्ष्य के बारे में बहुत दृढ़ संकल्प होना चाहिए।

अच्छी करियर योजना के बिना, शुरुआत से ही, कोई भी सही रास्ते पर नहीं जा सकता है। व्यक्ति को अपने व्यापक करियर लक्ष्यों के अनुसार लक्ष्य निर्धारित करने होते हैं।

मैंने जीव विज्ञान का अध्ययन किया है और मैं प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए प्रतियोगी प्रवेश परीक्षा में बैठूंगा। मैं एक अच्छा और ईमानदार छात्र बनने की कोशिश करूंगा। तब मैं एक योग्य चिकित्सक बनूंगा। मैं एक अच्छा डॉक्टर बनने के लिए वह सब कुछ करूंगा और इसके प्रति ईमानदार रहूंगा।

ये सभी चीजें हैं जो मुझे व्यक्त करती हैं। हालांकि वाक्यों के कुछ सेटों में किसी का वर्णन नहीं किया जा सकता है। अपने जीवन के बारे में कुछ भी लिखने से पहले व्यक्ति को स्वयं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होती है। जीवन अपने साथियों के लिए अच्छा करने के लिए उत्साह से और कल्पना के साथ जीने के लिए है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, मैंने हमेशा अपने लोगों की सेवा करने की इच्छा की है कि मैं जिस भी क्षमता से कर सकता हूं।

मेरा परिचय पर निबंध पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

निबंध ‘अबाउट माईसेल्फ’ में आप कौन सी चीजें लिख सकते हैं.

कुछ चीजें हैं जो आप निबंध लिखते समय अपने बारे में लिख सकते हैं। आप अपने शौक, प्रतिभा, शिक्षा और सपनों के करियर के बारे में लिख सकते हैं।

आप किसके बारे में लिख सकते हैं?

जब आप अपने बारे में लिख रहे होते हैं तो आप अपने परिवार के बारे में लिख सकते हैं क्योंकि परिवार आपको वह बनाता है जो आप आज हैं।

निबंध लिखना कैसे शुरू करें?

निबंध शुरू करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि लेख लिखना अपना परिचय देकर शुरू करना है।

आप अपने आप को बेहतर तरीके से कैसे व्यक्त कर सकते हैं?

अपने आप को व्यक्त करने का सबसे अच्छा तरीका है अपने अनुभवों के बारे में लिखना।

essay on self in hindi

स्वयं पर निबंध – Essay on Myself in Hindi

Essay on Myself in Hindi

कई बार ऐसे मौके आते हैं, जब छात्रों को खुद का परिचय बताने के बारे में कहा जाता है। या फिर आप अपने बारे में एक अनुच्छेद लिखिए ऐसा कहा जाता है। इसलिए हम आपको अपने इस पोस्ट में अलग-अलग शब्द सीमा में स्वयं पर निबंध के विषय पर लेख उपलब्ध करवा रहे हैं, जिससे विद्यार्थी अपने बारे में बताने में हिचकेंगे नहीं औऱ बिना निडर होकर अपने बारे में बता सकेंगे।

इस निबंध का इस्तेमाल छात्र अपनी जरूरत के मुताबिक कर सकते हैं –

Essay on Myself in Hindi

मेरा नाम नेहा वर्मा है, मै देहरादून के लक्ष्मीविहार कॉलोनी में रहती हूं। मै देहरादून पब्लिक स्कूल की क्लास 5th की छात्रा हूं। मेरे पिता का नाम राजीव वर्मा है, जो कि एक सफल बिजनेस मैन है और मेरी माता का नाम मंजू वर्मा है, जो कि एक घरेलू गृहिणी, मेरे माता-पिता मुझसे बेहद प्यार करते हैं और मै भी उनका मान-सम्मान करती हूं।

मैं अपने पापा की तरह एक पंचुअल लड़की है, मुझे अपने सारे काम समय पर करने पसंद है। मै अनुशासन और सिद्धान्तों पर चलने वाली लड़की हूं। मै सुबह उठना और स्कूल के टाइम से 15 मिनट पहले तैयार होना पसंद करती हूं।

मै अपने दादा-दादी और मम्मी-पापा सभी का आशीर्वाद लेकर रोज अपने स्कूल जाती हूं। मै स्कूल में मन लगाकर पढ़ाई करती हूं, जिसकी वजह से मेरा प्रदर्शन क्लास में अच्छा रहता है, जिससे मेरे टीचर्स और मेरे-माता-पिता मुझे पसंद करते हैं।

मुझे अच्छी-अच्छी नई-नई डिश खाना बेहद पसंद है। मै खाने की बहुत शौकीन हूं। मुझे मेरी मम्मी के हाथों के राजमा-चावल बेहद पसंद है। इसके अलावा मुझे खाली समय में स्टोरी बुक्स पढ़ना, पेंटिंग करना, बेडमिंटन खेलना एवं डांस करना और म्यूजिक सुनना भी बहुत पसंद हैं।

मै एक जिम्मेदार लड़की हूं, जो हर काम को बेहद जिम्मेदारी पूर्वक निभाती हूं। मै, समाज के विकास में भी अपना पूर्ण योगदान देना चाहती हूं।

खुद पर निबंध – Myself Essay in Hindi

इस दुनिया में हर किसी का अपना अलग-अलग स्वभाव और व्यक्तित्व होता है, जिससे उसकी पहचान होती है और जो लोगों को एक-दूसरे से अलग बनाती है। मै भी एक अलग पहचान रखने वाली लड़की हूं, मै अपने बारे में इस निबंध में बता रही हूं –

मेरा नाम ऋतुजा चौधरी है, मुझे मेरे परिवार वाले और मेरी करीबी दोस्त परी कहकर बुलाते है। मै नैनीताल के सस्वती विद्या मंदिर स्कूल की क्लास 7th की छात्रा हूं।

मै एक मिडिल क्लास परिवार से हूं। मेरे अंदर शुरु से ही मेरे परिवार वालों ने अच्छे संस्कार विकसित किए हैं – जैसे की बड़ों का आदर करना, बुजर्गों और असहायों की मद्द करना, सभी के साथ प्रेम भाव से मिलजुल कर रहना आदि।

मैं एक सिद्धान्तों और आदर्शों पर चलने वाली लड़की हूं, मुझे अपने कामों के लिए किसी अन्य पर आश्रित रहना बिल्कुल भी पसंद नहीं है।

मेरे परिवार में कुल 6 सदस्य हैं। जिनमें मेरे मम्मी-पापा, दादा-दादी और हम दो भाई-बहन मिलजुल प्रेम भाव के साथ रहते हैं। मेरे पिता जी टैक्स डिपार्टमेंट में एक गर्वनेंट ऑफिसर हैं, जो कि बेहद अनुशासन में रहने वाले व्यक्ति हैं, और वे मेरे आदर्श भी हैं।

मेरी मां एक सरकारी स्कूल की टीचर हैं, जो अपने काम के साथ-साथ हम सभी का घर में बेहद अच्छे तरीके से ख्याल रखती हैं। मेरा एक छोटा भाई है, जो कि मेरे ही स्कूल में क्लास 3rd में पढ़ता है, और जिससे मै बहुत अधिक प्यार करती हूं।

इसके अलावा घर में दादी-दादा हैं, जिनसे मेरा एक बेहद खास जुड़ाव है, मै अपना खाली समय उनके साथ ही बिताना पसंद करती हूं, वे मुझे ज्ञानवर्धक बातें बताते हैं और अपने जीवन के अनुभवों को सांझा कर अपने जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं, जिससे मेरा मनोबल बढ़ता और मेरे अंदर सकारात्मक भाव पैदा होते हैं।

मेरा व्यक्तित्व

मै एक सरल, शांत एवं सौम्य स्वभाव की लड़की हूं। मै सभी का सम्मान करने वाली और संस्कारी लड़की हूं। मुझे गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता करना अच्छा लगता है।

मै हमेशा इस बात का ध्यान रखती हूं कि मेरे द्धारा किए गए किसी भी काम से किसी दूसरे व्यक्ति की भावना को ठेस न पहुंचे। मै सभी को खुश देखना चाहती हूं।

मेरी सबसे अच्छी आदत यह है कि मै समय से पहले अपने सभी कामों को कर लेती हूं। मुझे पेड़-पौधों की सेवा करना और अनुशासन में रहना पसंद है। मुझे एक नियमित दिनचर्या को फॉलो करना अच्छा लगता है।

मेरा लक्ष्य

मै, एक सफल डॉक्टर बनकर गरीबों, पीड़ित और असहाय व्यक्तियों का इलाज करना चाहती हूं, जिससे ऐसे लोगों को एक नई जिंदगी मिल सके और वे सुखीपूर्वक अपनी जिंदगी जी सकें।

मुझे खाली वक्त में किताबें पढ़ना, म्यूजिक सुनना, टीवी देखना और घूमना बहुत पसंद है।

मेरी पसंदीदा चीजें

मुझे डोसा और आइसक्रीम खाना बेहद पसंद है, अक्सर रविवार को मेरे पापा मुझे डोसा और आइस्क्रीम खिलाने के लिए बाहर ले जाते हैं, जिसे मैं बेहद चाव के साथ खाती हूं।

मेरी हमेशा एक सफल और आदर्श इंसान बनने की कोशिश रहती है। मै अक्सर अपने व्यक्तित्व को निखारने के बारे में सोचती रहती हूं और अपनी कमियों को दूर करने के लिए प्रयासरत रहती हूं।

इसके साथ ही मै दूसरों की मद्द के लिए हमेशा तत्पर रहती हूं।

स्वयं पर निबंध – Mera Parichay Essay in Hindi

इस दुनिया के सभी लोग बेहद खास होते हैं, सभी के अंदर कुछ अच्छाई और बुराइयां होती है। मै भी इस दुनिया में बेहद खास हूं और मेरा व्यक्तित्व भी दूसरे व्यक्तियों से एकदम अलग है, मै एक बेहद जिम्मेदार और दूसरों की मद्द करने वाला व्यक्ति हूं।

मेरा और मेरे परिवार का संक्षिप्त परिचय

मेरा नाम अमित शर्मा हैं, मैं दिल्ली पब्लिक स्कूल के कक्षा 8 का छात्र हूं। मेरे पिता जी एक सरकारी अधिकारी हैं और मेरी मां एक सफल घरेलू गृहिणी हैं। मेरे दो छोटे भाई-बहन हैं। हम सब आपस में मिलजुल कर रहते हैं।

मेरे जीवन में अनुशासन का महत्व

मुझे अनुशासन में रहना बेहद पसंद है। मै एक सख्त दिनचर्या को फॉलो करना वाला लड़का हूं। मै सुबह रोजना 6 बजे उठता हूं, रोजाना व्यायाम करता हूं, भगवान को नमन करता हूं, स्कूल समय से जाता हूं, अपना डेली होमवर्क पूरा करता हूं, शिष्टाचार में रहता हूं और अपनी सभी कामों को समय से करता हूं।

मेरे लिए समय का महत्व

मै एक समयनिष्ठ लड़का हूं, अपने सारे कामों को मुझे समय पर करना अच्छा लगता है। मुझे समय से उठना, समय से खाना, समय से अपना गृहकार्य करना और समय से स्कूल पहुंचना पसंद है। लेटलतीफी मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है।

पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों में मेरी सक्रियता

पढ़ाई के साथ-साथ मैं अपने स्कूल में होने वाली सभी खेलकूद, निबंध, जीके प्रतियोगिता एवं गणतंत्र और स्वतंत्रता के दिवस समेत महत्वपूर्ण उत्सवों पर होने वाले सभी सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेता हूं।

मेरा सरल स्वभाव

मेरा बेहद सरल और शांत स्वभाव है। मुझे लड़ाई-झगड़े करना बिल्कुल भी पसंद नहीं है। मै अपने दोस्तों को भी प्रेम भाव के साथ रहने की सलाह देता हूं।

मेरे अंदर चीजों को सीखने की उत्सुकता

मै हमेशा नई चीजों को सीखने के लिए तैयार रहता हूं, मै हर क्षेत्र में अव्वल रहना चाहता हूं। यही वजह है कि मै पढ़ाई के साथ-साथ गिटार भी सीखता हूं और स्वीमिंग क्लासेस भी लेता हूं।

मै, हर दिन खुद में सुधार लाने का प्रयास करता रहता हूं, ताकि मै अपने व्यक्तित्व को और ज्यादा निखार कर अपने चरित्र को गुणवान बना सकूं और समाज में एक आदर्श व्यक्ति के रुप में अपनी छवि बना सकूं।

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मेरा परिचय निबंध- Myself Essay in Hindi

In this article, we are providing information about Myself in Hindi- Short Myself Essay in Hindi Language. मेरा परिचय निबंध, Mera Parichay in Hindi, Paragraph on Myself in Hindi for kids. जरूर पढ़े- 10 lines on Myself in Hindi

मेरा परिचय निबंध- Myself Essay in Hindi

Myself Essay in Hindi

Mera Parichay Par Nibandh | Essay in Hindi | मेरा परिचय निबंध

मेरा नाम नेहा शर्मा है। मैं दस वर्ष की हूँ। मैं कक्षा पाँचवी में पढ़ती हूँ।

मेरे पिता का नाम श्री. राकेश शर्मा है। वे एक चिकित्सक हैं। मेरी माँ का नाम श्रीमती रीना शर्मा है । वे एम.ए. तक पढ़ी हैं। वे एक गृहिणी हैं। मेरा एक छोटा भाई है। उसका नाम साहिल है। वह पहली कक्षा में पढ़ता है। हम एक ही विद्यालय में पढ़ते हैं।

मैं मन लगा कर पढ़ती हूँ। गणित एवं विज्ञान मेरे प्रिय विषय हैं। बड़ी होकर पिता जी की तरह मैं भी चिकित्सक बनना चाहती हूँ।

पढ़ाई के अलावा खेल में भी मेरी रूचि है। बैडमिंटन मेरा प्रिय खेल है। मेरी कई सहेलियाँ हैं। परन्तु शिवानी मेरी प्रिय सहेली है। हम साथ खेलते है।

मुझे संगीत सुनना, नृत्य करना और चित्रकारी भी पसंद है। चित्रकारी में मैंने कई पुरस्कार जीते हैं।

मेरा जन्मदिन 10 मई को है। मेरे जन्मदिन पर मेरे माँ-पापा मुझे अच्छे उपहार देते हैं।

हमारे पास एक कुत्ता है। इसका नाम प्लूटो है। विद्यालय से आने के बाद मैं और मेरा भाई प्लूटो के साथ खेलते हैं।

मैं अपने माँ, पिता जी और भाई को बहुत प्यार करती हूँ।

Nibandh Mera Parichay in Hindi | स्वयं पर निबंध ( 200 words )

मेरा नाम स्नेहा हैं । में महाराष्ट्र के मुंबई शहर में रहती हुं । में एक विद्यार्थी हुं । में पांचवीं कक्षा में पढ़ती हुं । मेरे घर में मैं , मेरे माता – पिता और मेरा भाई रहते हैं । मेरे माता का नाम सुनिता हैं और मेरे पापा का नाम सुनील हैं । मेरे भाई का नाम संग्राम हैं । मुझे खेलों में भाग लेना बहुत पसंद हैं ‌। मेंने आज तक स्कुल में खो- खो , बैंडमिंटन इन खेलों में इनाम भी जीता हैं । मुझे पावभाजी और वड़ा-पाव खाना बहुत पसंद हैं ।

मुझे कड़ी मेहनत करना बहुत पसंद हैं । में मेरी पढ़ाई और हर काम समय से करती हुं । मेरी इसी समयनिष्ठता के वजह से स्कुल के टिचर्स भी मुझे बहुत पसंद करते हैं । और अच्छी मेहनत करने के लिए मेरे माता पिता और टीचर्स मुझे बढ़ावा देते हैं । मुझे डांस करना और पियानो बजाना पसंद हैं । मैंने डांस और पियानो बजाने का कोर्स भी पूरा किया हैं । में घर में हर काम में मेरे मां की मदद करती हुं । मुझे घर साफ सुथरा रखना बहुत पसंद हैं । घर को अच्छे तरह से साफ रखने का काम में ही करती हूं । मेरे माता पिता मुझसे बहोत प्यार करते हैं और में भी मेरे माता-पिता से बहुत प्यार करती हूं ।

Essay on Myself in Hindi | मेरा परिचय निबंध

मेरा नाम कुनाल है और मैं दंसवी कक्षा का छात्र हूँ। मैं असंध में रहता हूँ और वबाँ संत जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ता हूँ। मेरे पिता का नाम जय पाल और माता की नाम रूपवती है और हम चार भाई बहन है। मैं एक संयुक्त परिवार में रहता हूँ। मेरे चाचा चाची और दादा दादी भी हमारे साथ ही रहते है और सब मुझसे बहुत प्यार करते हैं। मैं रोज सुबह 5 बजे उठकर सैर के लिए जाता हूँ और आकर स्कूल के लिए तैयार होती हूँ। मैं रोजाना युनिफॉर्म पहन कर स्कूल जाता हूँ और मैं रोज का कार्य रोज ही करता हूँ क्योंकि मुझे सभी कार्य समय पर करने की आदत है। मैं समयनिष्ठ और अनुशासनप्रिय हूँ जिस वजह से मैं स्कूल में भी सभी अध्यापकों का प्रिय हूँ। मैं पढ़ाई लिखाई में भी अच्छा हूँ साथ ही खेल कूद में भी दिलचस्पी रखता हूँ और क्रिकेट मेरा प्रिय खेल है। मुझे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेना अच्छा लगता है और मैं हर बार नाच गाने और लघु नाटक में भाग लेता हूँ। मुझे साईकिल चलाना बहुत पसंद है इसलिए मैं घर से दो किलोमीटर मेरे स्कूल तक साईकिल पर जाता हूँ। शाम को भी मैं अपने दोस्तों के साथ नहर तक साईकिल पर घुमने जाता हूँ।

मुझे घर वालों के साथ समय व्यतीत करना अच्था लगता है इसलिए हम सब खाना हमेशा एक साथ बैठकर खाते हैं। मैं अपने अध्यापकों का भी पूर्ण सम्मान करता हूँ और हमेशा उनके निर्देश का पालन करता हूँ। मेरे बहुत से दोस्त है पर मेरा सबसे अच्छा दोस्त विशाल है जौ कि हर मुसीबत में मेरी सहायता करता है। मुझे कविता लिखना और पुस्तक पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और साथ ही लोगों की सहायता करना भी अच्छा लगता है। मैं घायल पक्षियों और पशुओं की भी मरहम पट्टी भी करता है।

मैं पढ़ाई हमेशा समय पर करता हूँ और मेरा पसंदीदा विषय गणित है जिसे मैं दिन में 12 घंटे कर सकता हूँ। मुझे पिकनिक पर जाना बहुत अच्छा लगता है और मैं हर साल स्कूल की तरफ से पिकनिक पर जाता हूँ। मुझे शाम के समय थोड़ी देर शांति में बैठना पसंद गै और पक्षियों की चहचाहट सुनना पसंद है। मैं हर साल अपने जन्मदिन पर पौधे भी लगाता हूँ ताकि वातावरण को सुरक्षित रखने में थोड़ा सा सगयोग दे सकूँ। मैं हमेशा इस कोशिश में ही रहता हूण कि अपने व्यक्तित्व को निखार तर अपने चरित्र को गुणवान बना सकूँ।

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Essay on My Hobby in Hindi

Essay on My Aim of Life in Hindi

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4 thoughts on “मेरा परिचय निबंध- Myself Essay in Hindi”

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स्वयं पर निबंध

Essay On Myself In Hindi: हर एक व्यक्ति खुद की नजर में संपूर्ण होता है। खुद के लिए वह परफेक्ट होता है। क्योंकि भगवान ने सबको खास बनाया है, सबके अंदर कुछ खास गुण दिए हैं। हर व्यक्ति एक दूसरे से अलग होता है।

विद्यालय, कॉलेज में अक्सर पहले दिन बच्चों को स्वयं के बारे में लिखने के लिए कहा जाता है। वैसे हर कोई स्वयं के बारे में सब कुछ जानता है लेकिन उसे शब्दों या वाक्य में उतरना सबके लिए आसान नहीं होता।

Essay On Myself In Hindi

ऐसे में इस लेख में स्वयं पर निबंध (Myself Essay in Hindi) लेख के जरिए हम विद्यार्थियों के कठिनाई को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। यहां पर 150, 200, 300 और 600 शब्दों में स्वयं की पहचान पर निबंध शेयर किये है।

वर्तमान विषयों पर हिंदी में निबंध संग्रह तथा हिंदी के महत्वपूर्ण निबंध पढ़ने के लिए यहां  क्लिक करें।

स्वयं पर निबंध (Essay On Myself In Hindi)

स्वयं पर निबंध 150 शब्दों में.

मेरा नाम अजीत है। मैं 12th कक्षा में पढ़ता हूं। मेरे पिता का नाम जितेंद्र चौधरी है और वह पेशे से एक इंजीनियर है। मेरी माता का नाम प्रियंका है और वह पेशे से एक शिक्षक है। मेरी दो बहने भी है श्वेता और गीता। दोनों मुझसे बड़ी हैं और पढ़ाई के मामले में दोनों ही मेरी मदद करती हैं।

मेरा पूरा परिवार सरल, सहज और ईमानदार है, जिसके कारण मुझे अपने परिवार से अच्छे संस्कार प्राप्त हुए हैं। किसी भी समस्या पर मेरी बहने मेरी सहायता करती हैं। मेरे माता-पिता मुझे मार्गदर्शित करते हैं। मेरे माता-पिता दोनों ही शिक्षित होने के कारण वह मुझे अच्छी शिक्षा दे रहे हैं।

मेरा लक्ष्य है डॉक्टर बनना। इसीलिए मैं हर दिन इसके लिए कड़ी मेहनत करता हूं। डॉक्टर बन के मैं गरीब और निसहाय लोगों का मुफ्त में इलाज करना चाहता हूं। मेरे लक्ष्य को प्राप्त करने में मेरा पूरा परिवार मेरा साथ देता है।

मुझे क्रिकेट खेलना बहुत ही पसंद है। हर दिन शाम के समय 1 से 2 घंटा मैं अपने दोस्तों के साथ ग्राउंड में क्रिकेट खेलता हूं। इसके अतिरिक्त मुझे प्लाटिंग का भी शौक है।

मेरे घर में मैंने तरह-तरह के पौधे लगाए हैं। मैं लोगों के साथ बहुत जल्दी घूल मिल जाता हूं, जिसके कारण मेरे कई सारे दोस्त हैं। बस यही है मेरा जीवन परिचय।

essay on myself in hindi

स्वयं पर निबंध 200 शब्दों में

इस दुनिया में तरह तरह के लोग रहते हैं और उनके अलग-अलग शोक होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति का अलग-अलग व्यवहार होता है। सबका अपना सोचने का तरीका अलग अलग होता है। इसी प्रकार इस संसार में मेरा व्यक्तित्व भी बहुत भिन्न प्रकार का है।

मेरा नाम राहुल चौधरी है। मैं जयपुर जिले के शाहपुरा तहसील का निवासी हूं। मेरे पिताजी एक किसान है, जो खेतों में काम करते रहते है। मैं जयपुर के महाराजा कॉलेज का फाइनल ईयर का विद्यार्थी हूं।

मैं अभी विज्ञान से बीएससी कर रहा हूं, जो राजस्थान विश्वविद्यालय की संगठन कॉलेज है। मुझे शुरुआत से ही विज्ञान संकाय में रुचि रही है और मुझे वैज्ञानिक तकनीकों में बहुत लगाव है। चंद्रयान और मिशन यान मेरे फेवरेट टॉपिक है।

मैं बहुत ही सरल स्वभाव का लड़का हूं। मैं कभी भी किसी का बुरा नहीं सोचता क्योंकि मुझे पढ़ाई के अलावा समय ही नहीं मिल पाता। मैं हमेशा दूसरों की मदद करता रहूं।

मेरी आदत है कि मैं हमेशा कुछ नया सीखने के लिए प्रयासरत रहता हूं और मैं हमेशा कुछ ना कुछ तकनीकी पूरक करता रहता हूं। मुझे खेलने में फुटबॉल बहुत ही अच्छा लगता है और मुझे दोस्तों के साथ हंसी मजाक करना भी अच्छा लगता है।

व्यक्ति को हमेशा स्वयं के बारे में ही नहीं सोचना चाहिए। दूसरों के बारे में भी सोचना चाहिए क्योंकि हम सभी एक दूसरे पर आश्रित रहते है। हमें एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए और अपने जीवन को सुव्यवस्थित तरीके से जीना चाहिए।

स्वयं पर निबंध 300 शब्दों में

हर व्यक्ति अपना अलग स्वभाव और व्यक्तित्व से अलग पहचान रखता है। कोई भी एक जैसा नहीं होता है। सबकी रुचि, सबके विचार अलग-अलग होते हैं।

मेरा नाम जूली है। मैं अभी विनोबा भावे यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी विषय मैं स्नातक की पढ़ाई कर रही हूं। मेरी उम्र 22 वर्ष है। स्नातक की पढ़ाई के साथ ही में सरकारी नौकरी की भी तैयारी कर रही हूं।

मेरा परिवार

मेरे परिवार में छह लोग हैं, मेरे माता-पिता, मेरे दादा-दादी और एक भाई। मेरे पिता का नाम शिव शंकर और माता का नाम रानी देवी है। मेरे दादा दादी गांव में रहते हैं और हम पढ़ाई के कारण शहर में रहते हैं।

मेरी दिनचर्या

मैं हर दिन सुबह 6:00 बजे उठ जाती हूं। मां सुबह मेरे लिए नाश्ता तैयार करती हैं। फ्रेश होने के बाद मैं नाश्ता करती हूं और फिर कॉलेज जाने की तैयारी करती हूं। शाम को मैं कॉलेज से वापस आती हूं। उसके बाद अपनी मां के साथ एक घंटा बैठ कर टेलीविजन देखती हूं।

उसके बाद मैं अपनी सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए 2 घंटे पढ़ाई करती हूं। उसके बाद शाम के खाने के लिए मैं मां की मदद करती हूं।

खाना बनने के एक घंटे के बाद हम पूरे परिवार के साथ बैठकर रात्रि भोजन का आनंद लेते हैं। 10:00 तक मैं अपने बिस्तर पर आ जाती हूं। थोड़ी देर फोन चलाने के बाद मैं सो जाती हूं।

मेरा व्यक्तित्व

मेरे व्यक्तित्व से ही मेरी पहचान है। मैं एक सरल और शांत स्वभाव की लड़की हूं। मैं बहुत कम ही बात करना पसंद करती हूं। मुझे ज्यादातर समय अकेले बिताना पसंद है। मुझे अपने परिवार से काफी संस्कार मिले हैं।

मैं बड़ों की इज्जत भी करती हूं, गरीब और जरूरतमंदों की मदद भी करती हूं। अपने परिवार का ध्यान रखना भी मुझे पसंद है। अपने आसपास के हर लोगों को खुश रखना मुझे बहुत अच्छा लगता है।

हर एक व्यक्ति का अपना-अपना शौक होता है और खाली समय में मनोरंजन के लिए वह अपने शौक को पूरा करता है। मुझे स्केच बनाना बहुत ही पसंद है। जब भी मैं खाली समय पाती हूं स्केच बनाने लगती हूं। यह मुझे बहुत ही आनंद देता है।

मेरा लक्ष्य

जीवन में हर व्यक्ति सफल बनना चाहता है और इसके लिए एक लक्ष्य का होना बहुत ही जरूरी है। मेरा भी लक्ष्य है और मेरा लक्ष्य है सरकारी नौकरी पाने का।

सरकारी नौकरियां लड़कियों के लिए बहुत ही अच्छी होती है और मेरे परिवार में हर कोई चाहता है कि मैं सरकारी नौकरी प्राप्त करूं। इसीलिए इसके लिए मैं मेहनत भी कर रही हूं और मेरा परिवार भी मुझे हमेशा मार्गदर्शित करते रहता है।

अपना लक्ष्य प्राप्त करके मैं अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती हूं। उन्हें गर्वोन्नित महसूस करना चाहती हूं।

इस दुनिया के हर एक व्यक्ति अलग गुण, अलग व्यक्तित्व अलग पहचान रखता है। हर व्यक्ति अपने गुणों से पहचाना जाता है, उसके आचरण, बोलचाल से व्यक्ति श्रेष्ठ बनता है। हमें अपने लक्ष्यों पर ध्यान देकर आगे बढ़ना चाहिए।

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स्वयं पर निबंध 600 शब्दों में

इस संसार में सबका अपना-अपना अलग-अलग व्यक्तित्व होता है और सबका अपना-अपना अलग सिद्धांत होता है। इसी प्रकार मेरा भी अलग सिद्धांत है। मैं अपने परिवार वालों के साथ रहना ज्यादा पसंद करता हूँ।

मेरा नाम सत्यम चौधरी है, मुझे मेरे परिवार वाले, करीबी दोस्त और मेरे अध्यापक ‘कान्हा’ कह कर बुलाते हैं। मैं अभी फिलहाल एक हॉस्पिटल में कार्यरत हूं। मैं मेरी हॉस्पिटल में प्रयोगशाला सहायक के पद पर कार्यरत हूं।

मेरे पिताजी किसान है और मेरी माताजी गृहिणी है। मेरे एक छोटा भाई है, जिसका नाम शिवम चौधरी है। मेरी दो बहनें है। दिव्यांशी और हिमांशी। मुझे मेरे परिवार वालों ने शुरु से ही अच्छे संस्कार दिए हैं। मुझे बड़े बुजुर्गों की मदद करना अच्छा लगता है।

मेरे परिवार की शिक्षा के अनुसार मुझे बड़ों का आदर करना सिखाया गया है। मैं सबके साथ प्रेम भाव से मिल जुलकर रहता हूं। मैं सिद्धांतों और आदर्शों पर चलने वाला लड़का हूं। मैं अपने काम के लिए किसी दूसरे पर आश्रित नहीं रहता हूं। मैं मेरा काम खुद ही करता हूं।

हमारे परिवार के सभी सदस्य मिल जुलकर रहते हैं। मेरे पिताजी गांव वालों से अच्छी तरह मिल जुलकर रहते हैं क्योंकि हम गांव में ही निवास करते हैं। मेरा गांव ही हमारी मातृभूमि हैं। मेरी मम्मी एक गृहिणी है, जो हम सभी का ख्याल रखती है।

मेरा स्वभाव

मैं एक सरल और सौम्य स्वभाव का लड़का हूं। मैं अपने काम को समय पर ही पूरा करता हूं। मैं हमेशा अपने दोस्तों को सुखी ही देखना चाहता हूं। मतलब की है हंसता हुआ देखना चाहता हूं।

मेरी आदतों में सबसे पहले मॉर्निंग वॉक आता है। मैं सुबह उठते सबसे पहले पर वॉक जाता हूं। मैं अपने सभी कार्य समय पर पूरा करता हूं। मैं दूसरों पर कभी भी निर्भर नहीं रहता हूं। मुझे गरीब और जरुरतमंद की सहायता करना अच्छा लगता है।

मैं एक सफल डॉक्टर बन कर लोगों का सही इलाज करना चाहता हूँ। भारत से संपूर्ण रोगों को मिटाना चाहता हूँ। मुझे एक दिनचर्या को फॉलो करना अच्छा लगता है।

मुझे लिखना बहुत ही अच्छा लगता है और इसके अलावा मुझे क्रिकेट खेलना बहुत अच्छा लगता है। मैं खाली समय में किताबें पढ़ता हूं और टेलीविजन देखता हूं।

मुझे घूमना भी बहुत पसंद है। मैं हमेशा ट्रैवलिंग करता रहता हूं। मुझे हॉस्पिटल के कार्य में भी बहुत रूचि है।

मेरी पसंदीदा चीजें

मुझे आइस क्रीम खाना बहुत ही पसंद है और इसके अलावा मुझे फुटबॉल खेलना भी बहुत पसंद है। कभी-कभी मैं पिता जी के साथ बाहर खाना खाने जाता हूं। मुझे बाहर का खाना बहुत अच्छा लगता है।

मेरे लिए समय का महत्व

मेरे लिए समय का बहुत ही महत्व क्योंकि मैं सभी काम समय पर पूरा करता हूं और मैं मेरे समय को कभी भी खराब नहीं करता हूं। मैं हमेशा समय का सदुपयोग करता हूं। मैं रोज़ सुबह जल्दी उठता हूं और योगा करता हूं।

मुझे हमेशा ही सफल इंसान बनने की तमन्ना रही है, जिसको पूरा करने के लिए मैं रात-दिन कठिन महेनत कर रहा हूं और मैं दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। मैं हमेशा शिष्टाचार के साथ रहता हूं। मैं किसी के साथ गलत व्यवहार नहीं करता हूं।

इस आर्टिकल में स्वयं पर निबंध (Essay On Myself In Hindi) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है।

मैं उम्मीद करता हूँ कि हमारे द्वारा दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।

मेरा शहर पर निबंध

मेरा प्रिय लेखक पर निबंध

मेरे प्रिय अध्यापक पर निबंध

मेरी प्रिय पुस्तक पंचतंत्र पर निबंध

Rahul Singh Tanwar

दा इंडियन वायर

मेरा परिचय पर निबंध

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By विकास सिंह

essay on myself in hindi

दूसरों का वर्णन करना बहुत आसान काम है क्योंकि आप उनमें बहुत सारी चीजों को नोटिस करते हैं हालांकि खुद का वर्णन करते समय बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। जब मुझे खुद का वर्णन करना होता है तो मुझे वास्तविक होने के साथ-साथ अहंकारी या अभिमानी होने के बजाय उदार भी होना पड़ता है।

यह भी इस तरह से होना चाहिए कि आप केवल उन चीजों का वर्णन करें जो दूसरों को अपने या अपने परिवार के बारे में बहुत अधिक खुलासा किए बिना महत्वपूर्ण लगती हैं। आप अपनी कुछ उपलब्धियों, शौक और उन चीजों को भी उजागर कर सकते हैं जो आपको रोमांचित करती हैं।

मेरा परिचय हिंदी में, short essay on myself in hindi (100 शब्द)

में रंजन त्यागी हूँ, नई पंचवटी कॉलोनी गाजियाबाद में रहता हूँ। मैं कक्षा 5 वीं में पढता हूं। मेरा स्कूल नया एरा गाजियाबाद में है। मैं समय का बहुत पाबंद हूं और अपने सभी कामों को सही समय पर पूरे दिन करना पसंद करता हूं। मुझे सादा और हेल्दी खाना खाना पसंद है।

मुझे अपने खाली समय में नाचना, किताबें पढ़ना, बैडमिंटन खेलना और खाना बनाना पसंद है। मैं अपनी कक्षाओं को कभी मिस नहीं करता और हर कक्षा में शामिल होता हूं। मैं उचित वर्दी में रोजाना स्कूल जाता हूं। मैं परीक्षा में अच्छा करता हूं चाहे मुख्य या कक्षा परीक्षण हो। मेरे कई दोस्त हैं लेकिन सरिता मेरी सबसे अच्छी दोस्त है।

मेरा परिचय पर निबंध, essay on myself in hindi (150 शब्द)

दुनिया में कई लोग रहते हैं जिनके पास अलग-अलग व्यक्तित्व होते हैं। यह वह व्यक्तित्व है जो सभी को विशिष्ट और दूसरों से अलग बनाता है। हम कभी भी एक ही व्यक्तित्व के दो लोगों को नहीं देख सकते हैं। यह कभी नहीं बदलता है और किसी व्यक्ति की गुणवत्ता का फैसला करता है। मैं इसका उदाहरण ले रहा हूं। मैं इस दुनिया में बहुत विशिष्ट हूं और दूसरों की तुलना में अद्वितीय व्यक्तित्व रखता हूं। मैं बहुत जिम्मेदार और सहानुभूति रखने वाला व्यक्ति हूं। मैं हमेशा दूसरों की मदद करता हूं और उनकी समस्याओं को हल करने की पूरी कोशिश करता हूं। मैं आत्मकेन्द्रित हूं इस संसार में कोई भी शत्रु नहीं है।

मैं हमेशा मुस्कुराते चेहरे के साथ बहुत खुशी से दूसरों से बात करता हूं। मैं अपने स्कूल में बहुत ही सरल छात्र हूं और प्रत्येक कक्षा में जाता हूं। मैं अपने होमवर्क को दैनिक आधार पर बहुत अच्छी तरह से करता हूं और हर दिन रात में 10 बजे तक और सुबह 4 बजे से अच्छी तरह से अध्ययन करता हूं। मैं हमेशा अपने अध्ययन पर ध्यान देता हूं और अपने दोस्तों को अपने अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करता हूं।

मेरा परिचय पर निबंध, essay on myself in hindi (200 शब्द)

मेरा नाम अर्चना मिश्रा है लेकिन आम तौर पर मुझे गुडिया के नाम से बुलाया जाता है। मेरी उम्र 12 साल है, कक्षा 7 वीं कक्षा में पढ़ता हूं। मैं अपने माता-पिता की दूसरी संतान हूं और एक बड़ा भाई है। मेरा संयुक्त परिवार है जिसमें मेरे चाचा, दादा-दादी और उसी बड़े घर में चचेरे भाई हैं। हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और दादा-दादी से जुड़े हैं। मेरे पास दोस्तों का एक समूह है लेकिन सीना मेरा सबसे अच्छा और सच्चा दोस्त है। मैं उससे कुछ भी साझा कर सकता हूं और वह भी। हम एक ही स्कूल में पढ़ते हैं लेकिन विभिन्न वर्गों में। मुझे स्कूल के समय के बाद बस में रहने के दौरान अपने दोस्तों को चुटकुले सुनाना बहुत पसंद है।

मेरा एक अनोखा परिवार है। मेरे परिवार के सभी सदस्य व्यापक और खुले विचारों वाले हैं। वे हमेशा मुझे हर क्षेत्र में अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वे मुझे प्रेरित करने के बजाय कभी पीछे नहीं खींचते। मैं इस परिवार में जन्म लेकर बहुत खुश हूं। मेरा परिवार क्रॉस-सांस्कृतिक विस्तारित परिवार है जहाँ मेरे चाचा, चाची, दादा-दादी, चचेरे भाई, आदि एक साथ रहते हैं। मेरे पास अपने परिवार के साथ बहुत अच्छा समय है क्योंकि हम प्रत्येक त्योहार को एक साथ मनाते हैं। मैं परिवार के अन्य बच्चों को उनके घर के कामों को दैनिक रूप से करने में मदद करता हूं।

मेरा परिचय पर निबंध, essay on myself in hindi (250 शब्द)

मेरा नाम रानी है लेकिन मेरा निक नेम है सारा है। मेरे माता-पिता और दादा-दादी आम तौर पर मुझे मेरे निक नेम से बुलाते हैं। मेरे माता-पिता मेरे स्वास्थ्य के प्रति बहुत सचेत हैं। वे मुझे रोजाना सुबह 5 बजे जगाते हैं और मुझे सभी दैनिक दिनचर्या करने के लिए कहते हैं। मेरी माँ मुझे रोजाना सुबह एक सेब देती हैं और एक घंटे के बाद स्वस्थ नाश्ता करती हैं।

मैं स्कूल बस के माध्यम से सही समय पर स्कूल जाती हूं। मुझे कभी देर नहीं होती। मेरा स्कूल सुबह 8 बजे शुरू होता है और दोपहर 2 बजे समाप्त होता है। मेरी माँ मुझे फलों को तोड़ने के लिए और दोपहर के भोजन के लिए स्वस्थ दोपहर के भोजन के लिए स्वस्थ फल देती हैं।

मैं स्कूल में 8 वीं कक्षा में पढ़ती हूं, चौ. छबील दास जूनियर पब्लिक स्कूल मेरी स्कूल का नाम है। मैं 13 साल का हूं और अपने माता-पिता के साथ गाजियाबाद में रहता हूं। मैंने डांस और पियानो क्लास को भी स्कूल से बाहर कर दिया है क्योंकि मुझे डांस और पियानो सीखना बहुत पसंद है। मैं अपने स्कूल के समय का अपने दोस्तों और घर के अपने प्यारे माता-पिता और दादा-दादी के साथ पूरी तरह से आनंद लेता हूं। मेरे अच्छे पड़ोसी हैं; वे एक दूसरे को समझते हैं और कभी झगड़ा नहीं करते हैं।

मुझे पिकनिक बहुत पसंद है और मैं अपनी सर्दियों और गर्मियों की छुट्टियों में घूमने जाता हूं। मैं अपने स्कूल में बहुत अच्छा छात्र हूँ। मैं स्कूलों की सभी असाधारण गतिविधियों में भाग लेता हूं और अच्छा प्रदर्शन करता हूं। मैं अकादमिक और खेल गतिविधियों में बहुत अच्छा हूं। मेरे स्कूल में एक बड़ा बगीचा है और बड़ा खेल का मैदान खेल की सभी सुविधाएँ प्रदान करता है। मेरे स्कूल में स्वस्थ, अच्छा और शांतिपूर्ण वातावरण है।

मेरा परिचय पर निबंध, 300 शब्द:

मेरा नाम सुनील है; मैं दिल्ली में कक्षा 9 वीं में पढ़ता हूँ। मैं एक आत्म-प्रेरित छात्र हूं। मुझे स्कूल के अपने दोस्तों को हमेशा प्रेरित करना और उनके कठिन समय में उनकी मदद करना पसंद है। मैं अपने स्कूल का एक उज्ज्वल छात्र हूं और शैक्षणिक और खेल गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन करता हूं। मैं किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हूं। मैं अपने विद्यालय में बहुत कुशल और ज्ञानवान छात्र हूँ।

मैं घर पर घड़ी के आसपास लंबे समय तक बहुत कठिन अध्ययन करता हूं। मैंने अपने घर के कामों और क्लास के कामों को कभी अधूरा नहीं छोड़ा और बिस्तर समय से पहले पूरा करना पसंद किया। मेरी अच्छाई और समय की पाबंदी के कारण मेरे शिक्षक मुझे बहुत पसंद करते हैं। मैं कभी थका नहीं होता और लगातार कड़ी मेहनत करता हूं क्योंकि मेरे माता-पिता हमेशा मेरा ख्याल रखते हैं। वे हमेशा मेरे स्वास्थ्य और आहार के लिए सचेत रहते हैं।

मेरे शैक्षणिक कार्यकाल के कारण, मुझे हमेशा अच्छे अंक और ग्रेड मिलते हैं। मैं अपने स्कूल में मेरिट स्कॉलरशिप धारक हूं। मैं अपने स्कूल में बहुत अच्छी तरह से कंप्यूटर सीखता हूं और कंप्यूटर के बारे में सब कुछ जानता हूं। मैं अपने संगठित कार्य के अनुसार सब कुछ करता हूं। मैं अपने किसी भी काम से कभी नहीं बचता चाहे वह घर पर हो या स्कूल में। मैं हमेशा अपने माता-पिता का सम्मान करता हूं और अपने घर के कामों में मेरी माँ की मदद करता हूं और मेरे पिता अपने ऑफिस के प्रोजेक्ट्स में।

मैं अपनी माँ की प्रशंसा और बर्तन धोने के कामों को साझा करता हूँ। मैं हमेशा अपने कमरे को साफ रखता हूं और हर रविवार को आकर्षक रूप से सजाता हूं। मैं अपने और अपने परिवार के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों को अच्छी तरह समझता हूं। मैं हमेशा अपने दोस्तों और सहपाठियों को अपने दिलचस्प चुटकुलों और अच्छी बातचीत के माध्यम से खुश करने की कोशिश करता हूं। मैं उन्हें अपनी कठिनाइयों से बाहर निकालने के लिए सलाह और सुझाव देने के लिए हमेशा तैयार हूं। मैं बहुत सहानुभूतिपूर्ण लड़की हूं और अपनी कॉलोनी या रास्ते में बूढ़े लोगों और बच्चों का समर्थन करने की कोशिश करती हूं।

मेरा परिचय पर निबंध, long essay on myself in hindi (400 शब्द)

मैं अपने प्यारे माता-पिता का प्यारा लड़का हूं। मैं 14 साल का लड़का हूँ और कक्षा 4 में पढ़ता हूँ। मेरा नाम सुरेश रैना है। मैं गाज़ियाबाद के रायन पब्लिक स्कूल में पढ़ता हूँ। मेरे दादा मुझे गुड्डू कहना पसंद करते हैं। वह हमेशा टहलने के लिए मुझे सुबह और शाम अपने साथ बाहर ले जाता है। मैं अपने परिवार के साथ गाजियाबाद में राजनगर कॉलोनी में रहता हूँ।

मैं अपने स्कूल बस से रोजाना सुबह 7 बजे सही समय पर स्कूल जाता हूं और दोपहर में 2 बजे घर आता हूं। मैं नए बनने के बाद उचित यूनिफॉर्म में स्कूल जाना पसंद करता हूं। जब मैं अपनी कक्षा में पहुँचता हूँ तो मैं अपने कक्षा शिक्षक को सुप्रभात कहता हूँ। मैं अपने स्कूल के दोस्तों के साथ बस और दोपहर के भोजन के समय का आनंद लेता हूं। मैं हमेशा खेल गतिविधियों और अन्य पाठ्येतर गतिविधियों में भाग लेता हूं।

मेरा स्कूल हर छह महीने में अंतर-स्कूल प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है, जिसमें मुझे भाग लेना चाहिए। मैं हमेशा हर प्रतियोगिता में प्रथम आता हूं। मेरी जागरूकता और ज्ञान बढ़ाने के लिए मेरा स्कूल वर्ष की सभी महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, क्रिसमस, 2 अक्टूबर, मातृ दिवस, शिक्षक दिवस आदि को मनाता है।

हमारी कक्षा के शिक्षक द्वारा हमें सलाह दी जाती है कि किसी भी कार्यक्रम को मनाते समय सांस्कृतिक गतिविधियों में अवश्य भाग लें। मैं आम तौर पर कविता पाठ या भाषण पाठ में भाग लेता हूं। मुझे डांस भी पसंद है लेकिन इवेंट सेलिब्रेशन में डांस करने में इतना सहज महसूस नहीं होता। हालांकि, मैं अपने वार्षिक समारोह में नृत्य में भाग लेता हूं जो हर साल नवंबर के महीने में मनाया जाता है। मेरे माता-पिता को स्कूल के वार्षिक समारोह में भी आमंत्रित किया जाता है।

मेरे माता-पिता मुझे सर्दियों या गर्मियों के मौसम में अपने हर अवकाश में पिकनिक या लंबे दौरे पर ले जाते हैं। मैं बहुत अच्छे समाज में रहता हूं जहां सामाजिक मुद्दों के बारे में आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए समय-समय पर कुछ कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मेरे पिता हमेशा मुझे ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अपने साथ ले जाते हैं।

मेरी माँ हमेशा मुझे भारत का एक अच्छा नागरिक बनाने के लिए नैतिकता और शिष्टाचार के बारे में सिखाती हैं। मैं अपने अध्ययन कक्ष और शयन कक्ष को हमेशा साफ और स्वच्छ रखता हूं। मैं हमेशा अपनी स्वच्छता का ध्यान रखता हूं और खाना खाने से पहले और बाद में साबुन से हाथ अच्छी तरह धोता हूं। मेरे मम्मी और पापा मुझे बहुत प्यार करते हैं और मेरी हर पसंद और नापसंद का ख्याल रखते हैं। मुझे अपने माता-पिता के साथ लूडो या कैरम खेलना पसंद है जब भी वे फ्री हो जाते हैं।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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मेरा परिचय पर निबंध (मैं लड़का हूँ)

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मेरा नाम राहुल त्रिपाठी है। मेरे दादीजी ने मुझे यह नाम रखा था। मुझे प्यार से घर में बिटू बुलाते है। मैं दस वर्ष का हूँ। मैं सातवीं कक्षा में पढ़ता हूं। मेरे घर में माँ, पापा, दादाजी, दादीजी, और एक छोटा भाई रहता है। हमारा परिवार एक मध्यवर्ग परिवार है।

मेरी मां गृहिणी है। वह घर पर काम करती है। मेरे पिता एक कंपनी में क्लर्क का काम करते हैं। मेरे घर में सभी अच्छे है और सभी मुझसे बहुत प्यार करते है। मेरा एक छोटा भाई है। उसका नाम नीलेश त्रिपाठी है। वह छठी कक्षा में पढता है। मैं इंदौर में रहता हूँ। इंदौर में हमारा अपना घर हैं। यहाँ एक बड़ा मैदान है जहाँ में अपने छोटे भाई के साथ शाम को खेलने जाता हूँ। हमारे घर के बाहर एक छोटा-सा बगीचा भी है जिसमे रंग-बिरंगे फूल हैं।

मेरे दादा-दादी बड़े धार्मिक हैं। उनके बाल सफेद हो गए हैं। हालांकि वह बूढ़ी है, वह बहुत सक्रिय है। वह सुबह-सुबह उठकर स्नान कर लेते है फिर उसके बाद वह रोज पास के मंदिर में पूजा करने जाते है। मेरे दादा-दादी बहुत अच्छे है। रोज मंदिर से आते वक़्त हम दोनों के लिए चॉक्लेट लेके आते है।

मैं रोज सुबह स्कूल जाता हूं। मेरा स्कूल बहुत बड़ा है। मेरा स्कूल मेरे घर से दूर है इसीलिए रोज सुबह हमे लेने बस आती है। मैं स्कूल में कई चीजें सीखता हूं। मेरे स्कूल का खेल का मैदान भी है जहाँ हम रोज खेल खेलते हैं। मेरे शिक्षक बहुत अच्छे हैं। वे भी मुझसे बहुत प्यार करते हैं। मेरे बहुत सारे मित्र हैं। लेकिन राकेश मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। वह मेरा ही कक्षा में पढता है। छुट्टियां में हम सभी मित्र बड़े मैदान खेलने जाते हैं।

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  4. essay on my self in Hindi/10 lines on my self in Hindi/Mera parichay par nibandh

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  1. स्वयं पर निबंध (Myself Essay in Hindi)

    स्वयं पर छोटा व बड़ा निबंध कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के विद्यार्थियों के लिए। Short and Long Essay on Myself in Hindi Language.

  2. 10+ मेरा परिचय निबंध – Myself Essay in Hindi

    Myself Essay in Hindi: आज हम मेरा परिचय पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और 10 के विद्यार्थियों के लिए है. अक्सर विद्यार्थियों को परीक्षाओं में स्वयं पर ...

  3. Essay on My Self in Hindi : ऐसे लिखें स्वयं पर निबंध ...

    100 शब्दों में Essay on My Self in Hindi इस प्रकार हैः.

  4. मेरा परिचय पर निबंध 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे ...

    myself essay in Hindi – मनुष्य निंदक के लिए प्रवृत्त होते हैं, और बहुत बार हम अपने नकारात्मक गुणों को एक उच्च नोट पर प्रतिबिंबित करके खुद को नीचे ...

  5. स्वयं पर निबंध – Essay on Myself in Hindi

    कई बार ऐसे मौके आते हैं, जब छात्रों को खुद का परिचय बताने के बारे में कहा जाता है। या फिर आप अपने बारे में एक अनुच्छेद लिखिए ऐसा कहा जाता है। इसलिए हम आपको अपने इस पोस्ट में अलग-अलग शब्द सीमा में स्वयं पर निबंध के विषय पर लेख उपलब्ध करवा रहे हैं, जिससे विद्यार्थी अपने बारे में बताने में हिचकेंगे नहीं औऱ बिना निडर होकर अपने बारे में बता सकेंगे।.

  6. मेरा परिचय निबंध- Myself Essay in Hindi

    In this article, we are providing information about Myself in Hindi- Short Myself Essay in Hindi Language. मेरा परिचय निबंध, Mera Parichay in Hindi, Paragraph on Myself in Hindi for kids.

  7. स्वयं पर निबंध | Essay On Myself In Hindi

    यहां 150, 200, 300 और 600 शब्दों स्वयं पर निबंध (Myself Essay in Hindi) के जरिए हम विद्यार्थियों की कठिनाई को दूर करने का प्रयास किया है।

  8. खुद पर निबंध | Essay On Myself In Hindi 500 Words | PDF

    Essay On Myself In Hindi 500 + Words (Download PDF) खुद पर निबंध कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए - इस निबंध के माध्यम से हम जानेंगे

  9. Essay on myself in hindi, article, paragraph: मेरा परिचय पर निबंध

    मुझे अपने खाली समय में नाचना, किताबें पढ़ना, बैडमिंटन खेलना और खाना बनाना पसंद है। मैं अपनी कक्षाओं को कभी मिस नहीं करता और हर कक्षा में शामिल होता हूं। मैं उचित वर्दी में रोजाना स्कूल जाता हूं। मैं परीक्षा में अच्छा करता हूं चाहे मुख्य या कक्षा परीक्षण हो। मेरे कई दोस्त हैं लेकिन सरिता मेरी सबसे अच्छी दोस्त है।.

  10. मेरा परिचय पर निबंध (मैं लड़का हूँ) - कक्षा 5 से 9 के लिए ...

    मेरा नाम राहुल त्रिपाठी है। मेरे दादीजी ने मुझे यह नाम रखा था। मुझे प्यार से घर में बिटू बुलाते है। मैं दस वर्ष का हूँ। मैं सातवीं कक्षा में पढ़ता हूं। मेरे घर में माँ, पापा, दादाजी, दादीजी, और एक छोटा भाई रहता है। हमारा परिवार एक मध्यवर्ग परिवार है।.